याहा आओ दामन के फेलाने वाले
याहा आके भोले के दर से मिलेगा
नही मिल सका आज तक जो कही से,
वो सावन में भोले के दर से मिलेगा
केलाश के भोले तुम रहने वाले भगतो पे एसी किरपा करने वाले,
सावन का महिना है किरपा करदो भोले
जल चडाने आये है दर पे तुम्हारे,
जैसे भी दीवाने आये है दर पर जो दस्ते तलब तक बडाते नही है
तुम्ही भोले अपने कर्म को भडाओ,
नही तो इन्हें फिर काहा से मिलेगा