ऊंचे पर्वत पे मैया का भवन बड़ा है प्यारा .
इन आंखों में न समाए इतना सुंदर अजब नजारा..
बड़ा सुंदर अजब नजारा... जय जय माँ ,जय जय माँ.
हरी भरी सुंदर वादी में माँ ने लगाया डेरा है.
हर पर्वत हिम से शोभित,हर राह में रंग बिखेरा है..
इन राहों पे भक्ति भाव से बोले सब जैकारा..
इन आंखों में न समाये इतना सुंदर अजब नजारा.
बड़ा सुंदर अजब नजारा.. जय जय माँ.जय जय मां
दूर दूर से दर्शन करने जो मैया के आते हैं.
अपने जीवन में अपनी मंज़िल को वो पा जाते हैं..
ये मैया तो सबकी मइया
सब को पार उतारा।
इन आंखों में न समाये इतना सुंदर अजब नजारा।
बड़ा सुंदर अजब नजारा... जय जय मां जय जय माँ..
ऊँचे पर्वत पे मैया का भवन बड़ा है प्यारा .
इन आंखों में न समाये इतना सुन्दर अजब नजारा
बड़ा सुन्दर अजब नजारा.