बाबा श्याम तुम्हारे चरणों में,
दीनानाथ तुम्हारे चरणों में
मंजूर मेरी यही अर्ज रहे
बाबा श्याम तुम्हारे चरणों मे।
तर्ज: दिल लूटने वाले जादूगर,
मेरी इस जीवन की डोरी है,
बाबा श्याम तुम्हारे हाथों में।
अब तारो न तारो बाबा तुम,
मेरी डोर तुम्हारे हाथो में।
मंजूर मेरी
तेरी छवी सदा मेरे नैनं रहे,
ओर मन चरणों मे लगा रहे।
मेरी जुबा पे श्याम का नाम रहे,
बाबा श्याम तुम्हारे चरणों मे।
मंजूर मेरी
मेरा अंत समय आये बाबा,
मेरे सामने तु बाबा खड़ा रहे
बाबा श्याम कृपा कुछ ऐशी रहे,
में आया तुम्हारी शरणा में
मंजूर मेरी
अशोक की बाबा अर्जी है,
आगे बाबा तेरी मर्जी है
यह भाव सभी भगतो का है,
बाबा श्याम तुम्हारे चरणों मे
गायक लेखक:
अशोक जांगिड़