जिसको ठुकराया दुनिया ने उसको मिला सहारा श्याम दरबार है ऐसा,
जिसने दिल से लगन लगाई हो गया वारा न्यारा श्याम दरबार है ऐसा,
ओ प्यारे श्याम जी जिसने की दिल से तेरी बंदगी,
मान प्रतिक्षा मिली मुर्दो को मिलती देखि ज़िंदगी,
उसकी बाह पकड़ ली पल में जो दुनिया से हारा,
श्याम दरबार है ऐसा.....
पावन पतित को करता सबसे निराला खाटू धाम है,
सच्ची कचेहरी लगी जज बनके बैठा बाबा श्याम है
सच्चा सच्चा नाये मिले यहाँ कहता है जग सारा,
श्याम दरबार है ऐसा.....
हार कर के झूठे जग से श्याम की शरण में जो भी आ गया,
खुशियों से झोली भरदी सांवरे का प्यार वो भी पा गया,
दुनिया में मशहूर कर दिया बनहारे का सहारा,
श्याम दरबार है ऐसा..........
ओ प्यारे प्रेमियों एक बार खाटू आके देख लो,
हारे का बने गा साथी एक बार आजमाके देखलो,
कृष्ण प्रेम रस नित बरस ता बहे दया की धरा,
श्याम दरबार है ऐसा........