( तर्ज - दीनानाथ मेरी बात ... )
श्याम सरकार तेरा साथ हमें दीजिए
आया हूं दरबार बाबा हाथ रख दीजिए
हाथ में तेरे मोर छड़ी मुकुट ये प्यारा है
झुंझुनू में गूंज उठा तेरा ही जयकारा है
बाबा का दिदार अपने आंखों से कर लीजिए
आया हूं दरबार बाबा हाथ रख दीजिए...
घर - घर से बाबा उठे ये निशान है
तेरे ही मंदिर में बाबा बसी मेरी जान है
मन से मेरे सांवरे का कीर्तन कीजिए
आया हूं दरबार बाबा हाथ रख दीजिए...
प्रेम तुमसे खाटू वाले बताया नहीं जाए
जब भी पुकारू तुझे दौड़ा - दौड़ा आए
लक्की को बाबा तेरा सेवक रख लीजिए
आया हूं दरबार बाबा हाथ रख दीजिए...
Lyrics - ।ucky Shuk।a