आज भगवन गरीबों के घर आयेंगे |
जितने खाली हैं दामन वो भर जायेंगे ||
फूल कलियों से घर को सजाउंगी मैं,
तुलसी आँगन मे अपने लगाउंगी मैं,
मेरी बगिया के सब फूल खिल जायेंगे |
सोचा था के कभी शुभ घडी आएगी,
प्यारे सतगुर की झलकी तो मिल जाएगी,
दुःख सारी उमरिया के कट जायेंगे |
प्यार से उनको पास बिठाउंगी मैं,
अपने दिल वाला दुखड़ा सुनाउगी मैं,
दुःख सारी उमरिया के कट जायेंगे |
मुझ को अपने ही पास बुलायेगे वो,
प्यार से चरणों मे लगांगे वो,
मुझ को भव से पार कर जायेंगे |