धाम खाटू में जब तुम आओगे चरणों में बाबा के शीश जुकाओ गे,
श्याम बाबा के धाम जो आओ गे जो मांगो गे तुम इनसे पाओ गे 
सारे दुःख इन के चरणों में डाल दे,
कर के समर्पण इनसे कुछ भी मांग ले,
ओ दुःख अपने जो इनको बताओ गे,
हर लेंगे दुखड़े खुशियाँ पाओगे,
तेरे मन की सारी ईशा पूरी करेगे 
सारे रोग दोष तेरे पल में हरे गे 
मांगो गे जो मांगो गे याहा मांगो गे,
खाटू वाले श्याम बाबा तुझे वो देंगे 
मन में श्रधा रख वंदन गाओ गे 
खाटू वाले से खुशियाँ पाओ गे 
श्याम बाबा के धाम जो आओ गे 
जो मांगो गे तुम इनसे पाओ गे 
धाम से कोई भी खाली न जाता 
इनकी किरपा से वो सब है पाता,
दीन हीन आता इनकी शरण में 
अपने दर्द गम को दूर भगाता 
मांगने वाले से जो हो जाते मेहरबान 
उस के घर भरते ये खुशिया तमाम 
दर्द अपना जो इनको सुनाओ गे खाटू वाले से खुशिया पाओगे 
श्याम बाबा के धाम जो आओ गे 
जो मांगो गे तुम इनसे पाओ गे 
इनसे बड़ा दानी नही कोई याह में 
नही इनका सानी है कोई याहा में 
मांगने वाले का यु समान किया है शीश अपना ख़ुशी ख़ुशी दान किया है 
जो इनके चरणों में सिर को झुकाओ गे खाटू वाले से खुशिया पाओगे 
श्याम बाबा के धाम जो आओ गे 
जो मांगो गे तुम इनसे पाओ गे 
श्रधा भाव से धाम जो आया दुखड़ा अपना जो इनको हिया बताया 
पल में ही करके बाबा ने किरपा मुश्किलों की उसकी दूर है भगाया 
सारी दुनिया में शान इनकी निराली मांगने वाले याहा से गए न खाली 
भगती में इनकी जो रम जाओगे खाटू वाले से खुशिया पाओ गे 
श्याम बाबा के धाम जो आओ गे 
जो मांगो गे तुम इनसे पाओ गे