बाबा बुला जे रे, माने खाटू नगरी,
खाटू नगरी रे थारी श्याम नगरी,
बाबा बुला जे रे.......
जयपुर आउ तो, मारो मन नहीं लागे,
रींगस आउ तो ढूंडू थारी नगरी ,
बाबा बुला जे रे......
खाटू नगरी में बाबा धाम हे थारो,
देश दुनिया में डंको बाजे न्यारो,
बाबा बुला जे रे......
दुनिया सु हारो में तो थारो सहारो, भटकत आयो में तू अजबत न्यारो,
बाबा बुला जे रे......
थारे भरोसे बाबा नाव मारी चाले,
पार लगावो नैया, डूबत पड़ी,
बाबा बुलाजे रे......
धरम तंवर थारा भजन सुनावे,
खाटू श्याम बाबा लीला अजब री,
बाबा बुला जे रे.....