जब से मेरे सर पे तेरा हाथ हो गया,
सारा जग बाबा मेरे साथ हो गया,
ना ही कोई साथी था ना ही कोई संगी,
दूर भाग ते थे सारे देख देख तंगी,
अपनो के रहते मैं अनाथ हो गया,
सारा जग बाबा मेरे ....
सारे जग घुमा आनंद नही आया,
चोकथ में तेरी मैंने सब कुछ पाया,
रात अंधारी थी प्रभात हो गया,
सारा जग बाबा मेरे.......
वाही जग वाले मुझे गले से लगा के,
श्याम कहे रखते है सिर पे बिठा के,
तेरी ही दया से ठाट बाट हो गया
सारा जग बाबा मेरे .......