संवारा जो साथ में है तेरे हारने की क्यों बात करते हो,
लड़ खडाओ गे सम्बले गा तुझे ठोकरों से भला क्यों तुम डरते हो,
कभी तूफ़ान आयेगे कभी बादल मंडराए गये,
कभी अपने या बेगाने तुझे मिल कर सताए गये,
माजी बनकर के पार कर देगा तुझे फिर भला लहरों से क्यों डरते हो,
संवारा जो साथ में है तेरे हारने की..........
हमेशा याद ये रखना भरोसा टूटू ना जाए,
भले जग सारा रूठे कन्हिया रूठ ना जाए,
ये भरोसे लायक है इस दुनिया में क्यों तुम भरोसा इसका न तुम करते हो,
संवारा जो साथ में है तेरे हारने की.....
मेरा हर दम हर मालिक मेरा संसार तुही है,
बड़ा तरसा जिसे पाने मेरा प्यार तुही है,
कह रहा है श्याम सारे प्रेमी से प्रेम बाबा से क्यों ना तुम करते हो,
संवारा जो साथ में है तेरे हारने की