दुनियाँ मैं खा के ठोकर, आया हुँ तेरे द्वारे
बिगडी मेरी बनादे ओ हारे के सहारे
लाखो ने मुझसे पेहल, तेरी श्याम कृपा पाई
फरीयाद लेके आया , मेरी करो सुनाई
तेरी शरण मैं आया ॥
कृपालु श्याम प्यारे
दुनियाँ मैं खा के ठोकर, आया हुँ तेरे द्वारे
नादान हुँ मैं बाबा , पूजा ना तेरी जानू
काबिल नही हु तेरे , फिर भी तुझी को मानू
ही रोम - रोम व्याकुल ॥
वाणी तुझे पुकारे
दुनियाँ मैं खा के ठोकर, आया हुँ तेरे द्वारे
जीवन मैं मेरे आजा , प्यारे बहार बन के
सब मेल मन का धो दे , मेरी पुकार सुन के
मुझको भी श्याम तारो ॥
कई दीन जैसे तारे
दुनियाँ मैं खा के ठोकर, आया हुँ तेरे द्वारे
सुनले कन्हैया अब तो , कही दम निकल ना जाये
रषिया कहेगा भुलन, जो रस मुझे पिलाये
अपने हरीश के भी ॥
करो दूर पाप सारे
दुनियाँ मैं खा के ठोकर, आया हुँ तेरे द्वारे