एक ही उस माँ की हम दोनों संतान,
एक बना हिन्दू तो एक मुसलमान॥
एक जाके मंदिर में घंटा वजाए,
एक जाके आल्हा आल्हा भुलाये,
एक कारे आरती तो एक करे अज़ान,
एक बना हिन्दू तो एक मुसलमान.....
हिन्दू के जैसे पूज बजरंग बलि है,
मुस्लमान के पैगम्बर हजरत अली है,
एक पड़े गीता तो एक पड़े कुरान,
एक बना हिन्दू तो एक मुसलमान.....
मंदिर में जाके एक चुनर चदाये,
दरगाह में जाके एक चादर चदाये,
एक तरफ कनेरियां तो एक तरफ पठान,
एक बना हिन्दू तो एक मुसलमान....