सोहने लगदे ने महल चबारे जिथे सत्संग लगदे,
सोहने लगदे ने गुरा दे द्वारे जिथे सत्संग लगदे,
सत्संग दे विच हीरे मोती,
विच गुरा दी जग रही ज्योती,
आओ रल मिल दर्शन करिये जिथे सत्संग लगदे,
सोहने लगदे.....
सत्संग दे विच अमृत बरसे,
अमृत बरसे जी अमृत बरसे,
आओ रल मिल पी लाइए सारे जिथे सत्संग लगदे,
सोहने लगदे.....
सत्संग दे विच रल मिल आओ ,
अपना जीवन सफल बनाओ,
आओ रल मिल बैठ जाइये सारे जिथे सत्संग लगदे,
सोहने लगदे.....
ऐसे गुरा तो वल वल जाइये,
सोहनिया गुरा तो वल वल जाइये,
जेहड़ा आप मुकद मोहे तारे जिथे सत्संग लगदे,
सोहने लगदे.....