तेरी चौखट पे जो भी आएगा,
जो है बेबस लाचार इस दर से सारी दुनिया की खुशिया पाएगा,
तेरा दरबार तो दया का सागर है,
सारी नदियां यहाँ पे मिलती है ॥
श्याम अमृत पेय है जिसने भी वो यहाँ में अमर हो जायेगा,
तेरी चौखट पे जो भी आएगा....
मेरे हाथो में तेरी मूरत है,
जाने मुझसे कुछ ये कहती है ॥
रख भरोसा तू अपने मालिक पे जब तू भुलाये गा डोढ़ा आएगा,
तेरी चौखट पे जो भी आएगा......
तेरी आराधना अधूरी है रखता क्यों श्याम से तू दुरी है॥
श्याम प्यारे का थोड़ा ध्यान लगा मेहता कहता ये मान जाये गा,
तेरी चौखट पे जो भी आएगा.....