चल पड़ा है चल पड़ा है चल पड़ा है
वो लीले घोड़े वाला देखो चल पड़ा है
किसे ने जब भी मेरे श्याम को आवाज दी है,
बिना देरी लीले की लगाम इसने थाम ली है,
अपने ही भगत की खातिर हर संकट से श्याम लड़ा है,
चल पड़ा है.........
भगत की लाज पे आंच आये तो यह दौड़े,
भयानक अंधी और तूफ़ान के रुख को मोड़े,
तू क्यों गबराता है बन्दे तेरा बाबा यही खड़ा है,
चल पड़ा है.........
श्याम साथी है दीनो का निराला देव हमारा,
कभी कहलाता है जग में श्याम हारे का सहारा,
कोई और नहीं है इस दुनिया में बाबा सबसे बड़ा है,
चल पड़ा है.........