ल्यो हाथा लगाम श्याम थे नीले चढ़ के आओ जी,
भगता रो मान बढ़ाओ जी,
ल्यो हाथा लगाम
दरबार सजाया हां भगता ने बुलाया हा,
श्याम थे आ भी जाओ,
मन में चाव घणो बाबा थारे दर्शन को दर्शन भी दे जाओ,
ज्योत जगाई श्याम ज्योत निरखने आओ जी,
भगता रो मान बढ़ाओ जी,
ल्यो हाथा लगाम
या बिन है फीको दरबार यो थारो,
रंग बरसा भी जाओ,
बरसेलो जद रंग हे बाबा आओ,
झलक दिखला भी जाओ,
बात उडीका श्याम आकर म्हाने धीर बंधाओ जी,
भगता रो मान बढ़ाओ जी,
ल्यो हाथा लगाम
अगवानी में थारे भगत खड़ा है श्याम,
पलका बिछाये कर
मनुहार थारी की कर सा सब मिल कर,
देखो ये आये कर,
बाँध घुंगरू श्याम ये टीकम ने नचाओ जी,
भगता रो मान बढ़ाओ जी,
ल्यो हाथा लगाम