बाबा श्याम तेरा धाम प्यारा प्यारा तुहि है हारो का सहारा,
तू वीर बलि बलशाली है महिमा अजब नारली है,
बाबा श्याम तेरा धाम प्यारा प्यारा तुहि है हारो का सहारा,
दीन बंधू दातार तुहि भव से तारण हार तुहि ,
तेरे बिन नहीं मिलता किनारा तू ही है हारो का सहरा,
बिन मांगे सब देता है भक्तो की सुन लेता है,
अन धन से जो भरदे भंगरा तू ही है हारो का सहरा,
जिसने तेरा नाम रटा पल में देखा कास्ट मिटा,
सच्चे मन से जिसने पुकारा तू ही है हारो का सहरा,
कण कण में तू वास करे कविता के नाज करे,
बना केशव दास तुम्हारा तू ही है हारो का सहरा,,