सपने में मैया आई शेरसवारी रे सज रहा है जोड़ा लाल वो लागे प्यारी रे,
माँ उतर पहाड़ो आई मेरी किस्मत आन जगाई,
आसान को चन्दन चौंकी मेरी बेठ गई महामाई,
मैं लेट गया चरणों में बना पुजारी री,
सज रहा है जोड़ा लाल वो लागे प्यारी रे ,
माँ मंद मंद मुशाये ना मुझसे नजर हटाए,
ये सपना है या सच है मन सोच सोच भरमाये,
मेरे मन का पंक्षी लेता फिर उडारी रे,
सज रहा है जोड़ा लाल वो लागे प्यारी रे,
मेरी मैया भोग लगाओ कुछ हलवा पूरी खाओ,
सुनी अर्ज मेरे घर आई मेरा एक काम कर जाओ,
बस झुहि करती रहना किरपा तुम्हारी रे,
सज रहा है जोड़ा लाल वो लागे प्यारी रे,
जब अग्गरवाल खुले नैना मैं देखु मैया है ना,
ये सपना फिर से आये जब पड़ेगा मुझे चैना,
मेरी दाती की चरणों में दुनिया सारी रे,
सज रहा है जोड़ा लाल वो लागे प्यारी रे,