जो सँवारे के दर पे चला आता है,
श्याम धनि ही पल में बनाते मुकदर,
सारी दुनिया के अंदर श्याम का पहला नंबर,
जो सँवारे के दर पे चला आता है,
खाटू नगर में देखलो जाकर रेहमत का बेहता है समन्दर,
लखदातार की चलती लखदात्री सारी ही दुनिया में,
चाहे धरती हो अम्बर,
सारी दुनिया के अंदर श्याम का पहला नंबर,
बंद किस्मत का खुलता ताला है ऐसा है हमारा श्याम निराला,
हारे हुयो को देता सदा ही सहारा जिनके साथ संवारा है नहीं कोई उसे डर,
सारी दुनिया के अंदर श्याम का पहला नंबर,
इनके ही दर पे होते कमाल सारे ही जग में इनकी मिसाल,
सतु के घर पे श्याम की जलती है ज्योति,
जन्मो से सेवक है इनका सतिंदर,
सारी दुनिया के अंदर श्याम का पहला नंबर,