बसों हमारे मन मंदिर में सांवरियां सरकार प्रभु मुझे ऐसा वर दो.
थाम लो मेरी ब्याह मुरारी आन खड़ी तेरे द्वार प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
बसों हमारे मन मंदिर में सांवरियां सरकार प्रभु मुझे ऐसा वर दो.
आप समबालो चाभी हमारे घर वार की,
हम को बना लो दासी खाटू के दरबार की,
हर पल हो तेरा ही सुमिरन सुबह न देखु शाम प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
बसों हमारे मन मंदिर में सांवरियां सरकार प्रभु मुझे ऐसा वर दो.
मन छुड़ा दो मेरा लोह मोह अभिमान से,
देहरये हमे दो इतना भटकु कभी न श्याम नाम से,
सेहन करू मैं जब तक तन में रहे हमारी जान प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
बसों हमारे मन मंदिर में सांवरियां सरकार प्रभु मुझे ऐसा वर दो.
याद रहे न हम को कोई सिवाये खाटू धाम के,
आज यही से मांगू मोर भी मैया तेरे से,
रोम रोम निकले मेरी सांवरियां का नाम,प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
बसों हमारे मन मंदिर में सांवरियां सरकार प्रभु मुझे ऐसा वर दो.