चाँदी के दरवाजे तेरे फूलो का शृंगार,
एक तू ही धनवान हो बाबा सांवरिया सरकार,
बदल बदल कर बागा पहने काजल खूब लगाए,
कजरारी आखियो से बाबा पागल खूब बनाये,
नजर कही लग जाये ना तुझको लाउ नजर उतर,
एक तू ही धनवान हो बाबा सांवरिया सरकार,
प्रेम का झाल बिछा कर बाबा सबको काबू करता,
इतर की खुशबु से बाबा मन बेकाबू करता,
छैन छबीले सांवरिया तू है तो बड़ा कमाल,
एक तू ही धनवान हो बाबा सांवरिया सरकार,
सोना चाँदी हीरे मोती धूलि तेरे दर की,
डयोढ़ी पे हनुमान विराजे शोभा तेरे दर की,
बाये गोपी नाथ विराजे संग राधा सरकार,
एक तू ही धनवान हो बाबा सांवरिया सरकार,
तू जिस रस्ते से गुजरे वो फूलो से भर जाए तेरी एक मुश्कान से बाबा लाखो दिल खिल जाये,
कहे कन्हियान सुन सवारियां तेरे दर की है धकार,
एक तू ही धनवान हो बाबा सांवरिया सरकार,