मैं तो तेरी दीवानी तेरा साथ चाहिए,
एक तेरा मेरे सर पे प्यारे हाथ चाहिए।
एक तेरा सहारा भगवान् चाहिए॥
बृज में बसाले मुझको बांके बिहारी,
मैं हूँ पुजारिन तेरी मोहन मुरारी।
अब तो तेरा सहारा दीनानाथ चाहिए॥
बृज के कन्हैया प्यारे गोकुल के ग्वाला,
प्यासे हैं नैना आजा यशोदा के लाला।
तेरी कृपा की अब तो बरसात चाहिए॥
अपनी सूना दे काहना प्यारी मुरलिया,
‘अंजलि’ दीवानी तेरी मेरे सांवरिया।
मेरे प्रेमी, हर पल तुम्हारी प्यारे बात चाहिए॥