मेरे जिगर के टुकड़े तुम हो ना बेसहारे।
मैं हूँ तुम्हारी माता, तुम बेटे हो हमारे।
काँटा चुबे जो तुमको, छलनी हो माँ की छाती,
तड़पूं मैं ऐसे जैसे, बिन तेल तडपे बाती।
पागल यह मेरी अखिया, पल पल तुम्हे निहारें॥
माँ हूँ, तुम्हे तुम्हारे नज़दीक ही रहूंगी,
दुःख दर्द सब तुम्हारे हर दम तुम्हे सहूंगी।
प्राणों से कीमती हो, मुझको मेरे दुलारे॥