रात मैया जी मेरे सपने में आई,
दर्शन दे गयी सारा रारा रारा रारा।
चुनरी जब माता को ओडाई,
चुनरी बोली फर रर रर रर।
चुडिया जब माँ को पहनाई,
चुदिया बोली खान नाना नाना नाना।
पायल जब माँ को पहनाई,
पायल बोली छन नाना नाना नाना।
‘हर्ष पार्थ’ की निंदिया खुल गयी,
निंदिया बोली अर रर रर रर।