बंसी बजा के नन्दलाल हाय नी मेरा दिल ले गया
सजना वे मेरा दिल ले गया
मैं नित उसके वायदों पे मर गयी,
ज़िन्दगी हमारी उसके चरणों में रूल गयी
मैं तो गयी हाल बेहाल,
हाय नी मेरा दिल ले गया,
बंसी........
अखिया मिला गया नन्द का लाला,
दिल में समां गया मदन गोपाला,
कभी पूछा ना दिल वाला हाल,
हाय नी मेरा दिल ले गया,
बंसी........
दरश बिना मेरे नैन तरस गये,
सावन की बाती श्यामा नैन बरस गये,
निकले ना दिलो से गुबार,
हाय नी मेरा दिल ले गया,
बंसी........