आपकी किरपा से घर संसार चलता है,
प्रेम से भोजन हमें दो वक़्त मिलता है,
जब से तेरी पूजा की है देखा ये अंजाम,
काम जो अटके पड़े थे बन गए वो काम,
करके तेरी नौकरी परिवार चलता है,
प्रेम से भोजन हमें दो वक़्त मिलता है
ना है चिंता ना फ़िक्र है आप का है साथ,
छा गई जीवन में खुशियाँ बीती काली रात,
नाम से तेरे दिन ये उगता है ढलता है,
प्रेम से भोजन हमें दो वक़्त मिलता है
हम गरीबो का सहारा तू हमारा है,
नाव मेरी तू चलाये तो गुजरा है,
आप की मर्जी बिना पता न हिलता है,
प्रेम से भोजन हमें दो वक़्त मिलता है,