ओए ओए....
मेरा मन, मेरा मन,
मेरा मन मोह लिया श्याम हारावाले ने....
साडे घर इक मटकी रखी,
मटकी विच मदानी रखी,
मक्खन चुरा ही लेया,
श्याम हारावाले ने,
मेरा मन मोह लिया.........
सइयो नी मै हो गई झल्ली,
श्याम मीलन नू आई कली,
कली नू घेर लिया,
श्याम हारावाले ने,
मेरा मन मोह लिया.........
सब तो प्यारे बांके बिहारी,
जावा इस तो मैं बलिहारी,
अपना बना ही लेया,
श्याम हारावाले ने,
मेरा मन मोह लिया.........
साड्डे घर बीच श्याम जीआए,
राधा जी नू नाले ले आए,
दर्श दिखा ही दिया,
श्याम हारावाले ने,
मेरा मन मोह लिया.........