लेलो सत्संग मिठियां गनेरियाँ,
मेरे गुरा ने लइया ढेरियां,
लोकी सोनदे ते मैं पई जागदी,
तेरे नाम वाला दीवा पई बालदी ,
मेनू लगियां उडीका तेरियां,
लेलो सत्संग मिठियां गनेरियाँ
मेरे हाथ विच फुल्लां वाली टोकरी,
जी मैं गुरा ले हार बनाया,
लेलो सत्संग मिठियां गनेरियाँ,
जेडे रोज रोज सत्संग जावदे,
ओते कदम न पीछे हटावदे,
भावे आन मुसीबतां बेथेरियाँ,
लेलो सत्संग मिठियां गनेरियाँ
जेडे रोज रोज सत्संग करदे,
ओह ते किसे कोलो नहीं डरदे,
फल लगदे ने झुक्दियाँ वेरियाँ,
लेलो सत्संग मिठियां गनेरियाँ
आओ रल मिल सत्संग करिये,
जाके गुरा दा दवारा मलिए,
कट जांदियाँ चुरासी दियां फेरियां,
लेलो सत्संग मिठियां गनेरियाँ