बड़े प्रेम से मेरा चलता गुजरा,
तुम्हारी दया से तुम्हारी किरपा से,
हर मुश्किलों में मुझको मिला है सहारा,
तुम्हारी दया से तुम्हारी किरपा से,
तुम जो ना होते ठाकुर हमारे,
रह जाते हमतो हारे के हारे,
मेरी कश्तियो को मिला है किनारा,
तुम्हारी दया से तुम्हारी किरपा से,
बड़े प्रेम से मेरा चलता गुजरा,
मेरी ज़िंदगी में खुशिया है तुमसे बनी पहचान मेरी तुम्हारे ही दम से,
जब से बना हु बाबा दास तुम्हारा,
तुम्हारी दया से तुम्हारी किरपा से,
बड़े प्रेम से मेरा चलता गुजरा,
मेरे संग में जो तू खड़ा न होता,
मेरा श्याम न जाने कहा पड़ा होता,
बड़े ही नसीबो से मिला तेरा द्वारा.
तुम्हारी दया से तुम्हारी किरपा से,\
बड़े प्रेम से मेरा चलता गुजरा,