ओ दीवाने तू क्या जाने तू क्या जाने ओ दीवाने,
ओ दीवाने तू क्या जाने रजा हहिकत को,
मेरा साईं हज़ारों में एक है..
शोहरत है साईं जी की ज़मीन आसमान में,
साईं का डंका भजता है सारे जहां में,
मेरा साईं हजारो में एक है ....
एह भगतो देख लो ये है साईं का मरतबा,
दुनिया के कौन कौन से आती है ये सदा,
मेरा साईं हजारो में एक है ....
सब अपने अपने सूबे के है चीफ मिनिस्टर,
शिरडी में रहता है सबका प्राइम मिनिस्टर,
मेरा साईं हजारो में एक है ....
सूफी का इस लिए तो मिला है उन्हें ख़िताब,
शिर्डी के साईं राम का नही कोई जवाब,
मेरा साईं हजारो में एक है ....
मस निजामी तेरे दर के गुलाम है,
तेरे कर्म से साईं ज़माने में नाम है,
मेरा साईं हजारो में एक है ....