मेरे दोनों हाथो में ऐसी लकीर है,
साई से मिलन होगा मेरी तकदीर है,
लिख है ऐसा लेख बाबा लिखा है ऐसा लेख,
लिखता है लिखने वाला सोच समज कर,
मिलना बिछड़ना बाबा होता समय पर,
इस में मीन न मेख,
मेरे दोनों हाथो में ऐसी लकीर है,
साई से मिलन होगा......
किस्मत का लेख को मिटा न पायेगा,
कैसे मिलन होगा समय ही बताये गा,
मिटती नहीं है रेख,
मेरे दोनों हाथो में ऐसी लकीर है,
साई से मिलन होगा......
ना वो दिन रहे ना ये दिन रहे गे,
बाबा तुम देख लेना जल्दी मिले गे,
इन हाथो को देख इन हाथो को देख,
मेरे दोनों हाथो में ऐसी लकीर है,
साई से मिलन होगा......
गुंजन तेरी शरण में आया आकर चरणो मे शीश निमाया,
इन भक्तो को देख बाबा इन भक्तो को देख,
मेरे दोनों हाथो में ऐसी लकीर है,
साई से मिलन होगा......