एक बार आके देखलो मेरा हाल सांवरे,
बिन आप के ये दास है बेहाल सांवरे,
एक बार आके देखलो मेरा हाल सांवरे,
दर दर की खाके ठोकरे मजबूर हो गया,
रहते हुए करीब भी मैं दूर हो गया,
जिनके लिए मैं बन गया कंगाल सांवरे,
एक बार आके देखलो मेरा हाल सांवरे,
झूठे जहां से आस की डोरी तोड़ के,
ममता वः मोह के रिश्तो को छोड़ के,
आया हु तेरे द्वार पर मत ताल सांवरे,
एक बार आके देखलो मेरा हाल सांवरे,
मुस्कान के सिवा जिन्हे रोने नहीं दिया,
एक वक़्त भी भूखा जिन्हे सोने नहीं दिया,
लगने लगा उन ही को मैं जन जाल सांवरे,
एक बार आके देखलो मेरा हाल सांवरे,
चरणों की चाकरी मिले बस येही आस है,
भुज जाये गी छवि देख कर नैनो की पास है,
दर्शन से किशन हो गया निहाल सांवरे,
एक बार आके देखलो मेरा हाल सांवरे,