लागो रे लागो मन लागो रे लागो मन श्री चरणों में लागो रे,
हरि चरणों में लागो रे,प्रभु चरणों में लागो रे,
जग में जबसे प्रीत लगाई ऋषियों से की क्यों,
विषये विकारो से भागो रे,लढ़न जढ़न से भागो री,
भागो रे भागो मन भागो रे भागो मन धवन करन से भागो री,
मत हो श्री से हुन्छ न आनी घडिया सारी वर्थ गवाई,
राग दवेष सब छोड़ के प्यारे श्याम नाम रस पिलो रे,
पिलो रे पिलो रे मन पिलो रे पिलो रे मन श्याम नाम रस पिलो रे,
भुधि विविके से काम न कीने केवल झगडे मोल ही लेने,
भाई भेहन और मात पिता सब प्रेम संग ही जी लो रे,
जी लो रे जी लो रे मन जी लो रे जी लो रे मन हरी नाम ले जी लो रे
जागो रे जागो रे मन जागो रे जागो रे मन भोर हुई अब जागो रे.