दरबार श्याम के आजा अरदास तू अपनी सुना जा,
दुनिया वाले तो वक़्त पे पीठ दिखाते है,
मुश्किल घडियो में श्याम ही साथ निभाते है,
दरबार श्याम के आजा अरदास तू अपनी सुना जा,
सब सरकार से ऊंची सरकारी श्याम की,
सब दरबार से ऊंची दरबारी श्याम की,
राजा हो जा रंक वो शीश झुकाते है,
मुश्किल घडियो में श्याम ही साथ निभाते है,
दरबार श्याम के आजा अरदास तू अपनी सुना जा,
श्याम सा ना कोई प्यारा पुरे संसार में,
सब कुछ मिल जाता है इनके ही प्यार ने,
वो जीत के लोटे हार के दर जो आते है,
मुश्किल घडियो में श्याम ही साथ निभाते है
दरबार श्याम के आजा अरदास तू अपनी सुना जा,
हाथो देते परचा तू आके देख ले,
खो न भरोसा गोलू आजमा के देख ले,
जो इक बार आये वो इनके हो जाते है,
मुश्किल घडियो में श्याम ही साथ निभाते है,
दरबार श्याम के आजा अरदास तू अपनी सुना जा,