परदेसी हु बाबा बड़ी दूर से आया हु,
थारी खातिर भक्ति का नजराना लाया हु,
करदो थोड़ी सी किरपा थारो क्या घट जावेगा,
खाके दुनिया से धोखा मैंने टिकट लिया खाटू का,
परदेसी हूँ बाबा बड़ी दूर से आया हूँ...
बनके बनिया क्या सोचे ओ प्यारे,
हास्के देदे देना हो जो प्यारे,
रोज ना आवे गे ये बंजारे,
तेरी उंगली पे है खाते सारे,
परदेसी हूँ बाबा बड़ी दूर से आया हूँ
तेरा दुनिया में नाम है बाबा,
चर्चा रेहमत का आम है बाबा,
बंदा तेरा गुलाम है बाबा,
तुझसे छोटा सा काम है बाबा,
परदेसी हूँ बाबा बड़ी दूर से आया हूँ
अपनी जन्मो की रिश्ते दारी है जानती बाबा दुनिया सारी,
ज़िंदगी मैंने तुझपे वारि है मुझसे काहे ही पर्दे दारी है,
परदेसी हूँ बाबा बड़ी दूर से आया हूँ