माहने जग की दे दरकार साची है माहरो श्याम धनि,
सांवरो धनि जी माहरो सांवरो धनि ,
माहने जग की दे दरकार साची है माहरो श्याम धनि,
जद जद मोपे आफत आवे बाबा लाज बचावे,
अखियां का आंसुड़ा पूछे हिवड़े माहने लगावे,
माह पे खूब लुटावे प्यार साची है माहरो श्याम धनि,
खुटी तान के सोवा मैं तो बाबो महारे सागे,
श्याम के पीछे चला मैं तो चाले आगे आगे आगे,
माहरा सपना करे स्कार साची है माहरो श्याम धनि,
एसो साथी मिल गया माहने मैं है किस्मत वाला,
दुनिया दारी भूल के मोहित हो गया मतवाला,
माहरो जन्म दियां है सुधार साची है माहरो श्याम धनि,