जल बरसे भीगे जटा धारी जल बरसे,,
हो जल बरसे भीगे जटा धारी,
गोरा ने भगिया में घोटा लगाया,
पीमे भोले के सब यार, भोले जी तरसे,
जल बरसे......
बेल धतूरे का भोग लगया,
खामे भोले के यार, भोले जी तरसे,
जल बरसे.........
कैलास पर्वत पे आसन लगाया,
सोवे नागियाँ नाथ, भोले जी तरसे,
जल बरसे.........