जब मुँह खोलू तो आये होठो पे तेरा नाम,
सोउ तो तू नींदो में देता है श्याम दिखाई,
अरे कानो में मेरे पड़ती बंसी की तान सुनाई,
आँखे नचाके तू थोड़ा इखलाता है बरबस आ जाता है,
होठो पे तेरा नाम....
खवाबो में श्याम तू ही है मेरे ख्यालो में तू ही,
तेरे ही नाम की मस्ती छाई रहे बस युही,
होले से सांवरियां तू मुस्कुराता है उसी वक़्त आता है,
होठो पे तेरा नाम...
हर्ष शुरू हुए तुमसे तुझपे ख़त्म कहानी,
अब तेरी धुन में बीते सेवक की ये ज़िंदगानी,
हिरदये के तारो को जब छेड़ जाता है तब आ ही जाता है,
होठो पे तेरा नाम