कुञ्ज गली में वृन्दावन की और न चर्चा कोई,
भोर भये से सांज भये तक राधे राधे होये,
राधे राधे बोल...
वृद्धावन की राह चलु तो कान में आये राधे ,
इट इट पर दीवारों की लिखा मिले राधे श्याम,
जो राधा का प्रेम न होता कृष्णा भी अवतार ना लेता,
बोलो सारे राधे राधे श्याम,
कुञ्ज गली में वृन्दावन की और न चर्चा कोई,
इक रूप है आधा आधा राधे श्याम है श्याम है राधा,
राधा राधा जिसने भी सादा पल में टल गई उसकी वादा,
जो भी सादे राधे राधे,
राधे राधे श्याम मिलादे,
बोलो सारे राधे राधे श्याम,
कुञ्ज गली में वृन्दावन की और न चर्चा कोई,
ब्रह्मा विष्णु देव महेशा जय राधे की गाते है,
वृन्दावन में वो आता है जिसको श्याम भुलाते है,
श्याम की प्यारी राधा रानी ब्रिज मंडलानी राधे राधे,
बोलो सारे राधे राधे श्याम,
कुञ्ज गली में वृन्दावन की और न चर्चा कोई,