मेरा मन हर लिया
मेरा, मन हर लिया, हारां वाले ने ।
मेरा, मन हर लिया, कुण्डलां वाले ने ॥
हारां, वाले ने, कुण्डलां, वाले ने ॥
मेरा, मन हर लिया, हारां...
कुष्ण, देवकी दा जाया, जन्म मथुरा च पाया ॥
ओ कैसा, खेल रचाया, हारां, वाले ने ॥
मेरा, मन हर लिया, हारां...
श्याम, पींघां जे पाईआं, सखियाँ, झूहटन आईयाँ ॥
ओ कैसी, पींघ झूहटाई, हारां, वाले ने ॥
मेरा, मन हर लिया, हारां...
श्याम, मुरली वजाई, राधा दौड़ी चली आई ॥
ओ कैसी, प्रीत लगाई, हारां, वाले ने ॥
मेरा, मन हर लिया, हारां...
श्याम, रासाँ रचावे, नाले बंसी वजावे ॥
ओ कैसा, दिल भरमाया, हारां, वाले ने ॥
मेरा, मन हर लिया, हारां...
छाल, यमुना च मारी, यमुना जल भर आई ॥
कीती, नाग ते स्वारी, हारां, वाले ने ॥
मेरा, मन हर लिया, हारां...
श्याम, बंसी बजावे, नाले, सब नू नचावे ॥
ओ कैसी, लगन लगाई, हारां, वाले ने ॥
मेरा, मन हर लिया, हारां...
श्याम, मिटटी जो खाई, मईया, दौड़ी चली आई ॥
त्रि,लोकी दिखाई, हारां, वाले ने ॥
मेरा, मन हर लिया, हारां...
श्याम, दिल च वसाया, ओहने गोकुल डेरा लाया ॥
बड़ा, भगतां नू रुलाया, हारां, वाले ने ॥
मेरा, मन हर लिया, हारां...
कंस ने, अखाड़ा लगाया, ओथे श्याम नू बुलाया ॥
ओ मामा, मार मुकाया, हारां, वाले ने ॥
मेरा, मन हर लिया, हारां...
अर्जुन, युद्ध में आया, संग श्याम को लाया ॥
गीता, ज्ञान सुनाया, हारां, वाले ने ॥
मेरा, मन हर लिया, हारां...
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल