तू साई साई बोल न लागे तेरा मोल,
तू मुख से साई साई बोल,
ॐ साई श्री साई जय जय साई,
साई साई रटले मनवा रटले मनवा जपले मनवा,
मुख में अमिरत गोल तू मुख से साई साई बोल.
तू साई साई बोल न लागे तेरा मोल..
शिरडी का है धाम निराला,
धाम निराला जग का उजाला,
साई है अनमोल तू मुख से साई साई बोल,
तू साई साई बोल न लागे तेरा मोल
साई तेरे दर जो आया,
उसने मुँह मांगा फल पाया,
अब न मन में डोल मुख से साई साई बोल
तू साई साई बोल न लागे तेरा मोल