मैं खड़ी उडीका नाल कद मेरा श्याम आएगा,
जे श्याम ना आया कोई पेगाम आयेगा ,
मैं पूछा उड़ दे पंछियां नु पता श्याम दा पता श्याम दा,
मैं उड़ न स्का आप भला कौन ले आये गा,
जे श्याम ना आया कोई पेगाम आयेगा ,
मैं बैठी रस्ता रोक मैनु लोक पुछदे,
की ला लिया रोग की हाथ आवे गा,
जे श्याम ना आया कोई पेगाम आयेगा ,
हुन आजा मेरे नाल मेरा वेख हाल वे,
बिगड़ी है दशा मेरी उसे कौन सवारे गा,
जे श्याम ना आया कोई पेगाम आयेगा ,