गोकुल में बाजत बधाई,
ऐरी माई मैं सुनके आई,
माता यशोदा दा बलि बलि जाये,
प्रगटे है कृष्ण कन्हाई,
गोकुल.........
द्वारे भीड़ गोप गोपियन की,
रतन भूमि सब छाई,
गोकुल.........
ढोलक मंजीरा सब बाजे,
और बजत शहनाई,
गोकुल........
अति आनंद होत गोकुल में,
महिमा बरनी ना छाई,
गोकुल........
सूरदास स्वामी सुखसागर,
सुन्दर श्याम कन्हाई,
गोकुल........