जन्मो का प्यासा हु मेरी प्यास बुजा जाओ
मेरी अर्ज सुनो साईं इक झलक दिखा जाओ
जन्मो का प्यासा हु
ये प्यास बड़ी प्यासी हे शिर्डी के वासी
मैं चातक हु तुम गन इक बूंद पिला जाओ
जन्मो का प्यासा हु...
नैनो के नैन तले निंदिया को चैन मिले,
तूम सपन सरस बन कर आँखों में समा जाओ
जन्मो का प्यासा हु....
माटी का पहिया हु भावो का दरिया हु,
कब टूट भिखर जाऊ तुम हिरदये लगा जाओ
जन्मो का प्यासा हु