बोलो जय जयकार जन्म लियो कान्हा ने,
झुम उठो संसार जन्म लियो कान्हा ने,
छाई खुशी अपार जन्म लियो कान्हा ने,
सोले कला अवतार जन्म लियो कान्हा ने ,
अरे बोलो जय जयकार...........
जन्म लियो जब कान्हा ने तो ऐसी माया फिरगी,
कडके बिजली आसमान में काली घटाये घिरगी,
बरसे मुसलधार जन्म लियो कान्हा ने ,
अरे बोलो जय जयकार...........
किस्मत से है आई देखो आज कैसी शुभघडियां,
बन्दी घर के ताले टूटे खुल गई है हथकडियां,
सोगे पहरेदार जन्म लियो कान्हा ने ,
अरे बोलो जय जयकार...........
वासुदेव चले कान्हा को ले जब गोकुल की राही,
कान्हा के दर्शन करने को जमुना भी चढ आई,
पहुंच नन्द के द्वार जन्म लियो कान्हा ने ,
अरे बोलो जय जयकार...........
नन्द बाबा और मात यशोदा फूले नही समाये,
ब्रज भुमि मे ग्वाल गोपियां मिलके खुशी मनाये,
गाये रामोतार जन्म लियो कान्हा ने ,
अरे बोलो जय जयकार...........