मोरे श्याम ने तनिक तेरही बांसुरियां,
कुञ्ज गलिन की मैं तो भूली डगरियाँ,
मोरे श्याम ने...
पनघट पे पहुंची मैं पनियाँ भरण को,
जाना था जल्दी मैं गइयाँ चरण को,
नटखट कन्हियाँ ने फोड़ी गगरियाँ,
मोरे श्याम ने...
मुस्काये घश्याम और चल खाये,
टेरा बहुत मैंने मूड के ना खाये,
मोरे श्याम की भोली रसीली नजरिया,
मोरे श्याम ने...
चन्दन की चोंकि पे मोहन बिठाइयो,
प्रेम सहित दही माखन खिलाइयो,
बड़े भोले भाले है मोरे सांवरियां,
मोरे श्याम ने...
आये न श्याम याद आती है बतियाँ,
जागत ही बीतत है सदरी ये रतिया,
ढूंढा वृन्दावन मधु बई में ववरियाँ,
मोरे श्याम ने...