कोई देता नहीं है साथ मैं हार गया हूँ नाथ
प्रभु अब दया करो
कहीं बनती नहीं है बात मैं हार गया हों नाथ
श्याम अब दया करो
गर दीं दुखी तेरे दर तारा ना जायेगा
फिर कौन बता मेरे श्याम तेरे दर पे आएगा
मेरे सर पे रख के हाथ मेरे हर लो दुःख संताप
प्रभु अब दया करो
सब तुम पर सौंप दिया सौंपी परिवार की डोर
अब देखते हैं बाबा ले जाते हो किस और
सब भुला के मेरे पाप चरणों से लगा लो आप
प्रभु अब दया करो
राखी तेरे चरणों में मांगे इतना वरदान
भक्तों की हर पीढ़ी तेरा करती रहे गुणगान
तेरा नाम रटूं दिन रात चाहे जैसे हो हालात
प्रभु अब दया करो