श्याम मेरे आ जाओ और न तरसाओ,
बहुत इंतज़ार किया,
ओ कान्हा अब तो दया करो ओ कान्हा अब तो किरपा करो,.
श्याम मेरे आ जाओ ....
कल अक्ल करते ना जाने बाबा कितने दिन बीते,
तू क्या जाने तुझ बिन हम कैसे कैसे जीते,
देर न कर आ भी जा टुटा जाये सबर,
श्याम मेरे आ जाओ....
वाधा किया था तुमने मुझे मिलने आओ गए,
मुख से बोलो क्या तुम वादा ना निभाओ गे,
हसी करे गा ये ज़माना अगर आये न तुम,
श्याम मेरे आ जाओ
जब से होश समबाला बस तुझको मैंने पूजा,
इतना जाने हम तो नहीं तुझसा कोई दूजा,
करदो किरपा रूबी रिथम पे गुण गए तेरे. क्या तुझको नहीं खबर,
श्याम मेरे आ जाओ