तेरा लल्ला ने इतनो क्यों यशोदा सिर पे चढ़ावे रे,
लाड लाड में कही कनहियो भीगड़ न जावे रे,
तेरा लल्ला ने इतनो क्यों यशोदा सिर पे चढ़ावे रे,
रोज सवेरे पनघट पर ये यार भायले संग जावे,
भरी गगरी फोड़े कंकर जोर भगावे रे
तेरा लल्ला ने इतनो क्यों यशोदा सिर पे चढ़ावे रे,
ग्वाल बाल संग मेरो संग चोरी करके खावे रे,
यत्न कोई भी पीहू के आगे काम ना आवे रे,
तेरा लल्ला ने इतनो क्यों यशोदा सिर पे चढ़ावे रे,
समज रही तू जिहने गीगलौ वो छोटो लालो तेरो,
बड़ा बड़ा के सिर पर मैया हाथ फिरावे रे,
तेरा लल्ला ने इतनो क्यों यशोदा सिर पे चढ़ावे रे,
भोली यशोदा मैं के बिगाड़ू मेरे ही लला ने,
सोनू यु तो बिगडो न ही बिगड़ी बनावे रे,
तेरा लल्ला ने इतनो क्यों यशोदा सिर पे चढ़ावे रे,