श्यामा जो मेरी नैया उस पार लगा देना,
अब तक तो निभाई है आगे भी निभा देना,
दल बल के साथ मया गेरे जो मुझे आकर,
तुम देखती न रहना मुझे आके बचा लेना,
सम्बव है झंझटो में मैं तुम को भूल जाऊ,
मेरी श्यामा कही तुम भी मुझको ना भुला देना,
बन कर के मोर श्यामा वन वन में नाचा करे गे,
तुम श्याम रूप बन कर उस वन में डटा करना